उत्तरकाशी जनपद के हर्षिल गांव को वाइब्रेंट विलेज और जखोल गांव को साहसिक पर्यटन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के लिए किया गया पुरस्कृत - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

ब्रेकिंग न्यूज़

Friday, September 27, 2024

उत्तरकाशी जनपद के हर्षिल गांव को वाइब्रेंट विलेज और जखोल गांव को साहसिक पर्यटन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के लिए किया गया पुरस्कृत

उत्तरकाशी जनपद के हर्षिल गांव को वाइब्रेंट विलेज और जखोल गांव को साहसिक पर्यटन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के लिए किया गया पुरस्कृत



-:विश्व पर्यटन दिवस समारोह में उत्तराखण्ड के जखोल, सूपी, हर्षिल और गुंजी गांव को मिला सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार

-:चयनित ग्रामों के प्रधानों ने प्राप्त किया पुरस्कार

-:जखोल गांव को साहसिक पर्यटन, सूपी को कृषि पर्यटन और हर्षिल व गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज के लिए मिला पुरस्कार


नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विश्व पर्यटन दिवस समारोह  में उपराष्ट्रपति  जगदीप धनखड़ ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। पुरस्कार वितरण समारोह में उत्तराखण्ड के चयनित गांव के प्रधानों को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार दिया गया।




इस वर्ष सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले के जखोल गांव को साहसिक पर्यटन के लिए चुना गया, जो अपनी ऊंचाई, खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों और चुनौतीपूर्ण ट्रेकिंग रूट्स के लिए जाना जाता है। साहसिक गतिविधियों के शौकीनों के बीच यह गांव तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। उत्तरकाशी जिले के ही हर्षिल गांव और पिथौरागढ़ जिले के गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज के रूप में सम्मानित किया गया। हर्षिल अपनी प्राकृतिक सुन्दरता, बर्फ से ढके पहाड़ों और सेब के बागवानों के लिए प्रसिद्ध है, जबकि गुंजी गांव, जो चीन और नेपाल सीमा के निकट स्थित है, अपनी सामरिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण विशेष स्थान रखता है। इन गांवों में स्थानीय संस्कृति और आधुनिकता का संगम देखने को मिलता है। बागेश्वर जिले के सूपी गांव को कृषि पर्यटन के लिए पुरस्कृत किया गया। सूपी गांव अपनी पारम्परिक कृषि पद्धतियों और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। कृषि पर्यटन को बढ़ावा देने के तहत यहां पर्यटकों को ग्रामीण जीवन और खेती से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त किया जा सके। पर्यटनम मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। संस्कृति एवं प्राकृतिक संपदा के संरक्षण, समुदाय आधारित मूल्य व जीवन शैली को बढ़ावा देने तथा आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरण स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को इसमें रखा जाता है। इन्हीं विषयों पर प्रविष्टियां राज्यों से आमंत्रित की जाती हैं। इस वर्ष प्रविष्टियों के आधार पर उत्तराखण्ड के चार ग्रामों को चयनित किया गया है।



इस अवसर पर उत्तराखण्ड के पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे, अपर निदेशक पर्यटन व नोडल अधिकारी श्रीमती पूनम चंद एवं चयनित चार ग्रामों के प्रधान एवं प्रतिनिधि तथा  हर्षिल के ग्राम प्रधान  दिनेश सिंह, सूपी की ग्राम प्रधान श्रीमती प्रेमा देवी, जखोल के ग्राम प्रधान विनोद कुमार एवं गूंजी के ग्राम प्रतिनिधि  कृष गुंज्याल आदि उपस्थित रहे।



जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जनपद के दो गांव हर्षिल और जखोल को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम का पुरस्कार मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए  जखोल एवं हर्षिल गांव के ग्रामवासियों को बधाई दी साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि हर्षिल  और जखोल को  राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार मिलने से जनपद के पर्यटन को महत्व और इस क्षेत्र में हुए कारगर प्रयासों से राष्ट्रीय स्तर जनपद के दो गांव को पुरष्कार  मिलना जनपद के लिए गौरव की बात है जिलाधिकारी ने कहा है कि दोनों गांवो के समग्र पर्यटन विकास के लिए शासन-प्रशासन निरंतर प्रतिबद्धता से कार्य करता रहेगा।

No comments:

Post a Comment

1235