उत्तरकाशी-NH-34 पर स्थाई पुल निर्माण की मांग को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं विभिन्न संगठनों के लोगों ने BRO के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Monday, September 12, 2022

उत्तरकाशी-NH-34 पर स्थाई पुल निर्माण की मांग को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं विभिन्न संगठनों के लोगों ने BRO के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

उत्तरकाशी-NH-34 पर स्थाई पुल निर्माण की मांग को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं विभिन्न संगठनों के लोगों ने BRO के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी





उत्तरकाशी। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण, डबल लेन करने व गंगोरी में स्थाई पक्का पुल बनाने की मांग को लेकर प्रधान संगठन सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने बीआरओ के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। साथ ही मांग पूरी नही होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। 



आज सोमवार को प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष प्रताप रावत के नेतृत्व में विभिन्न संगठन के लोग बड़ी संख्या में तेखला पुल के पास एकत्र हुए। यहां से उन्होंने गंगोरी बैली ब्रिज तक बीआरओ के खिलाफ जुलूस निकालकर प्रदर्शन कर सांकेतिक धरना दिया। इस दौरान हुई सभा में लोगो ने कहा कि केन्द्र सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में सुमार आलवेदर रोड गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-34 को डबल लेन बनाने व गंगोरी  हाईवे पर पक्का पुल बनाने की और 2008 में गंगोरी नवनिर्मित  क्षतिग्रस्त पुल की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग को लेकर क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों द्वारा कई बार शासन, प्रशासन को लिखकर अवगत करवाया गया है परन्तु 14 साल बीत जाने के बाद भी समस्याएं जस की तस हैं। जिससे लोगों भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।




वहीं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और लोगों का कहना है कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-34 को डबल लेन चौड़ीकरण किया जाना चाहिए, जबकि समसामरिक दृष्टि से अति संवेदनशील गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भारत चीन सीमा पर अग्रिम चौकियों के साथ-साथ विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम बार्डर के दर्जनों गांव को जोड़ता है। साथ ही उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से नेताला, हीना तक हाईवे पर छोटे-छोटे 200 होटल, होमस्टे, दुकानें हैं जिनसे हजारों लोगों की आजीविका चलती है। अगर बीआरओ अपने चन्द स्वार्थ और अपने कमियों को छुपाने के लिए इसे तेखला से हीना बाईपास का नाम देता है तो इससे सिर्फ बीआरओ का हित होगा। उन्होंने शीघ्र ही मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी



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