उत्तरकाशी-जनपद स्थापना दिवस विकास मेले के पांचवें दिन संवेदना समूह के कलाकारों ने दी सुंदर प्रस्तुति,ठाकुर महेंद्र पाल परमार रहे मुख्य अतिथि
उत्तरकाशी।। जनपद के 63 वें स्थापना दिवस पर 24 फरवरी से विकासखंड डुंडा के देवीधार रेणुका मन्दिर परिसर चल रहे विकास मेले के पांचवें दिन "लोक नाट्य दल संवेदना समूह" के कलाकारों ने अपनी सुंदर प्रस्तुती दी। स्थानीय देवी-देवताओं की स्तुति के साथ संवेदना समूह के कलाकारों ने माँ गंगा-यमुना की लोक संस्कृति और नुक्कड़ नाटक पर अपनी प्रस्तुति दी जिसका मेले में आये लोगों खूब लुप्त उठाया।आज मेले के पांचवे दिन डुंडा क्षेत्र के प्रसिद्ध कचड़ू देवता और मां रेणुका की देव डोलियों ने संवेदना समूह के सभी कलाकारों को अपना आशीर्वाद भी दिया।
मेले के पांचवें दिन रेणुका मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ ठाकुर महेन्द्र पाल सिंह परमार ने किया। इस मौके पर उन्होंने मेले के सफल आयोजन के आयोजक मंडल को बधाई दी उन्होंने कहा कि मेले हमारी पौराणिक संस्कृति, एवं रीति-रिवाजों को बचाने का कार्य करते हैं आज जिस प्रकार से युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति की ओर दौड़ रही है और अपनी संस्कृति को छोड़ रही है। मेले इनको जीवित रखने का कार्य करते है। इसके बाद संवेदना के कलाकारों ने "जो जस देई खोली का गणेश एवं स्थानीय देवी देवताओं की स्तुति के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुवात की। जिसको देखने के लिए मेलार्थियों का हूजूम उमड़ पड़ा। कलाकारों ने गंगा व यमुना घाटी की लोक संस्कृति पर आधारित लोक नृत्य, चैती गीत के साथ ही सड़क सुरक्षा पर आधारित नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति देकर लोगों को जागरूक किया। जिसकी दर्शकों ने खूब सराहना की।
इस मौके पर मेला समिति के अध्यक्ष राजदीप परमार, सचिव पदम दत्त जोशी, राजेश भट्ट, दिग्पाल कुंवर, संदीप गुसाईं, संवेदना समूह के अध्यक्ष जय प्रकाश राणा, अजय नौटियाल, राजेश जोशी, शिव रतन सिंह रावत, संजय पंवार, उत्तम रावत, प्रदीप बिष्ट, सिमरन चौहान , दीप्ति ,देवराज, राहुल भारती, दिप्ती, सुधा आदि मौजूद रहे।
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