*"दो गज दूरी मास्क जरूरी"*
उत्तरकाशी-मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सेना के जवानों के संग मनाया दीपावली मिलन कार्यक्रम सीएम ने कहा वीर सैनिक जो सीमाओं पर शहदत देते हुए बलिदान हो जाते है उत्तराखंड पहला राज्य है जो उनके आश्रितों को सरकारी नौकरी की सेवा में ले रहा है
👉आई0ए0एस0,आई0एफ0एस0, आई0 पी0एस0 अधिकारियों की साल भर में होगी सीमांत क्षेत्रों में कैम्पिंग
उत्तरकाशी(कोपांग)।।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को कोपांग, हर्षिल में हिम वीरों व 9 बटालियन बिहार रेजिमेंट के जवानों संग दीपावली मिलन कार्यक्रम मिष्ठान वितरण करके सैनिकों का उत्साहवर्धन कर मनाया l इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ डा0 के0 एस0 पंवार सलाहकार, विशेष सचिव मुख्यमंत्री डा0 पराग मधुकर धकाते व गंगोत्री विधायक गोपाल रावत भी मौजूद थे l
इस अवसर पर वीर जवानो ने मुख्यमंत्री संग सेल्फी फोटो भी खींची l
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि “यह परंपरा है कि दिवाली का त्योहार अपने परिवार वालों के साथ मनाया जाता है। मैंने यह निर्णय लिया कि मैं यह त्योहार अपने परिवार के साथ मनाऊंगा। इसलिए मैं आप लोगों के साथ मनाने आया, आप मेरा परिवार हैं। सैनिकों के कल्याण के लिए सरकार प्रभावी रूप से कदम उठा रही है l
हमारे सैनिकों के अदम्य, साहस की कहानियां व्यापक रूप से साझा की जाती हैं उनके द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई कई लोगों की जान बचाती है l और सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट होने से बचाती है। उनकी सतर्कता और वीरता हमारे राष्ट्र को सुरक्षित रखती है। हमारी सरकार सैनिकों के कल्याण के लिए बड़े कदम उठा रही है। जब हम अपनी सीमाओं पर जाते है l जहां हमारे सैनिक देश की सुरक्षा कर रहे l हमारे मन में भी विचार आता है l कि हम उन इलाकों के लिए क्या कर सकते है l हमने मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना राज्य में लागू की है l ताकि सीमांत क्षेत्रों का विकास विकसित किया जा सके l जो लोग सीमांत इलाकों से पलायन हुये है l वे लोग अपने घरों में वापस कैसे जा सकते है, सरकार उनकी मदद करने के लिए तत्पर है l
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के जो आई0ए0एस0 अधिकारी, आई0एफ0एस0, आई0पी0एस0 है उनकी कैम्पिंग हम सींमात क्षेत्रों में साल भर में एक बार करें l उस दिशा में हम लोग आगे बढ़ रहे है l ताकि सैनिकों को समाजिक सहयोग व जानकारियां भी प्रदान हो l
मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी असिस्टेंट कमांडेंट अनीता चौधरी से बात करते हुए कहा कि जो लोगों की धारणा होती थी कि महिलाएं कैसे सीमा पर रहकर वर्दी पहनकर हाथों में हथियार लेकर सुरक्षा कर सकेगीं है उनकी यह गलफ्त दूर हुई है l सीमांत क्षेत्रों में महिला सैनिक मजबूती का प्रतीक है l
उन्होनें कहा कि बर्फीले विषम भौगोलिक परिस्थितियों के इलाकों में आपका ड्यूटी के लिए समर्पण देश को मजबूती प्रदान करता है। आपके चलते ही देश का भविष्य और सवा सौ करोड़ लोगों के सपने सुरक्षित हैं। भारत आज रक्षा के क्षेत्र में दुनिया के अव्वल देशों में शुमार है। भारतीय फौज व सशस्त्र बलों की बहादुरी की पूरी दुनिया में मिसाल दी जाती है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वीर जवान की अविस्मणीय सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद देते हुए दीपावली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनायें दी l
इस मौके पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, अपर जिलाधिकारी तेजपाल सिंह उपजिलाधिकारी देवेन्द्र नेगी, कमांडेड 35 वीं बटालियन आईटीबीपी अशोक सिंह बिष्ट, उप सेनानी अरविन्द चंद, 9 बटालियन बिहार रेजीमेंट कर्नल राजेंद्र प्रसाद, मेजर संकोई, मेजर जेपी संधू, आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल सहित अन्य अधिकारी व सेनानी मौजूद थे l
रिपोर्ट-हेमकान्त नौटियाल
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