टिहरी झील के बढ़ते जलस्तर से चिन्यालीसौड़ के तटवर्ती क्षेत्रों में उत्पन्न हुआ खतरा,पूर्व राज्यमंत्री रामसुंदर नौटियाल ने समस्या को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की मुलाकात - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Wednesday, September 22, 2021

टिहरी झील के बढ़ते जलस्तर से चिन्यालीसौड़ के तटवर्ती क्षेत्रों में उत्पन्न हुआ खतरा,पूर्व राज्यमंत्री रामसुंदर नौटियाल ने समस्या को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की मुलाकात

 टिहरी झील के बढ़ते जलस्तर से चिन्यालीसौड़ के तटवर्ती क्षेत्रों में उत्पन्न हुआ खतरा,पूर्व राज्यमंत्री रामसुंदर नौटियाल ने समस्या को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की मुलाकात



उत्तरकाशी।।पूर्व राज्यमंत्री  रामसुन्दर नौटियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर टिहरी जल विद्युत परियोजना की झील में बढ़ोत्तरी से चिन्यालीसौड़ व निकटवर्ती गांवों में हो रहे भू-धसाव व अन्य समस्याओं से अवगत करवाते हुए टीएचडीसी से झील का स्तर  इन इलाकों की सुरक्षा सुनिश्चित करवाने की मांग की।कल मुख्यमंत्री आवास में पूर्व राज्यमंत्री व पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा रामसुंदर नौटियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। रामसुन्दर नौटियाल ने युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चल रहे विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। रामसुन्दर नौटियाल ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि टिहरी जल विद्युत परियोजना की झील जिसका प्रसार चिन्यालीसौड़ तक है, इस परियोजना में विद्युत उत्पादन के उद्देश्य से टीएचडीसी द्वारा झील का जलस्तर बढ़ाया जा रहा है। टिहरी झील को अब तक 828 मीटर झील भरने की अनुमति थी जिसे सरकार ने टीएचडीसी के अनुरोध पर 830 मीटर कर दिया। इस अनुमति को मिलने के बाद टीएचडीसी ने झील में जलभराव पूर्व की सीमा से बढ़ा दिया जो अब 829.40मीटर तक पहुंच गया है और आने वाले दिनों में अपनी अधिकतम सीमा 830 मीटर तक पहुंचेगा। झील में अब तक आधे मीटर की बढ़ोत्तरी से ही झील के निकटवर्ती क्षेत्रों में  खतरा  पैदा हो गया हैं।


 

नौटियाल मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि यमुनोत्री विधानसभा के अंतर्गत चिन्यालीसौड़ के कुमराड़ा, भल्डगांव, बल्डोगी,मुंडरसेरा, बधाणगांव, हडियाडी, सुनारगांव, गैलाडी, छोटी मणी, तुलियाडा गांव समेत चिन्यालीसौड़ नगर पालिका क्षेत्र का बड़ा हिस्सा झील का जलस्तर बढ़ने से बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। नगर पालिका चिन्यालीसौड़ में गंगोत्री नेशनल हाईवे का बड़ा हिस्सा भू-धसाव के कारण धंस रहा है साथ ही  हाईवे से जुड़े आवासीय भवनों में दरारें पड़ गई  है। वहीं, प्रभावित गांवों के संपर्क मार्ग, सड़क भी झील का जलस्तर बढ़ने से डूब चुके हैं। ऐसे में इन प्रभावित गांवों में प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा, झील की जद में आए संपर्क मार्गों व सड़क मार्गों के स्थान पर वैकल्पिक मार्गों के लिए ग्राम पंचायतों को धनराशि जारी करने के संबंध में टीएचडीसी को निर्देशित करने की मांग की। मुख्यमंत्री को रामसुन्दर नौटियाल ने बताया कि टिहरी जल विद्युत परियोजना के निर्माण के बाद झील भराव के बाद चिन्यालीसौड़ नगर क्षेत्र में झील की जद में आने से 61 दुकानें डूब गई थी। उक्त दुकान स्वामियों को दो दशक बाद भी न तो दुकानों का मुआवजा मिल सका है न ही रोजगार की कोई अन्य वैकल्पिक व्यवस्था हो चुकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इन 61 दुकानों के दुकान स्वामियों को टीएचडीसी तुरंत मुआवजा दिलवाने की मांग की। वहीं, रामसुन्दर नौटियाल ने बल्डोगी और कंडीसौड के बीच झूला पुल, ब्लॉक से जाने वाले ध्वस्त मार्ग की मरम्मत, स्वास्थ्य केंद्र के पास धंस रहे मोटर मार्ग के सुरक्षात्मक कार्य, चिन्यालीसौड़ में झील से बुरी तरह से प्रभावित परिवारों को विस्थापन नीति के तहत मुआवजा, झील के जलस्तर बढ़ने से ध्वस्त पैदल संपर्क मार्ग, सड़क, खेती, खलिहान  की मरम्मत के लिए ग्राम सभाओं को धनराशि देने की मांग की। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टीएचडीसी को झील के बढ़ने से पैदा हुई समस्याओं के शीघ्र निस्तारण को निर्देशित करने का आश्वासन दिया।


रिपोर्ट-हेमकान्त नौटियाल

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