उत्तरकाशी- हर्षोल्लास से मनाया गया गुरु पूर्णिमा दिवस,"ॐ विश्व शांति सद्भावना धाम" में covid-19 के नियमों का पालन करते हुए सैकड़ों भक्तों ने किए गुरु दर्शन
उत्तरकाशी। कोविड-19 को देखते हुए जिले में गुरू पूर्णिमा सादगी से मनाया। इस मौके पर आश्रमों में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए गए। वहीं गुरू भक्तों ने अपने गुरू का आशीर्वाद लेकर। शनिवार को जिले में गुरू पूर्णिमा पर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किये गये। एनआईएम रोड स्थिति "ॐ विश्वा शांति सद्भवना धाम" में नगरपालिका अध्यक्ष रमेश सेमवाल ने धाम में आए श्राद्धालुओं को मास्क विरतरण किये। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को कोविड-19 के नियमों का पालन करने की अपली भी की। इस मौके पर व्यास पीठ आचार्य महामाया प्रसाद ने श्रद्धालुओं को गुरु पूर्णिमा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा को आषाढ़ पूर्णिमा, व्यास पूर्णिमा और मुडिया पूनो के नाम से जाना जाता है। यह एक पर्व है जिसे लोग त्योहार की तरह मनाते हैं। , क्योंकि इस समय के बाद से बारिश में तेजी आ जाती है। पुरातन काल में ऋषि, साधु, संत एक स्थान से दूसरे स्थान यात्रा करते थे। चौमासा या बारिश के समय वे 4 माह के लिए किसी एक स्थान पर रुक जाते थे। आषाढ़ की पूर्णिमा से 4 माह तक रुकते थे, यही कारण है कि इन्हीं 4 महीनों में प्रमुख व्रत त्योहार आते हैं। गुरु पूर्णिमा ले शुभ अवसर पर ॐ विश्व शान्ति सद्भावना धाम भजन कृतन और भंडारे का आयोजन किया गया।
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