उत्तरकाशी-जल विधुत निगम का अजब गजब खेल बैराज का पानी खोल,रेता का खनन ,खुले आम हो रहा मूकदर्शक बना विभाग और जिला प्रशासन
उत्तरकाशी।।।।उत्तरकाशी में मनेरी भाली द्वितीय जोशियाड़ा में वैराज के समीप स्थित जबरदस्त खनन किया जा रहा हैं , प्रशासन और निगम पर उठ रहे सवाल ,इस प्रकार भारी भरकम जल विधुत परियोजना में इस तरह के खनन होना एक आश्चर्य की बात है, एनजीटी के नियमों की खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं , एन जी टी और भारत सरकार द्वारा सख्त आदेश जारी हैं कि मां गंगा का पानी गोमुख से गंगासागर तक अविरल धारा बहनी चाहिए लेकिन जल विधुत निगम जोशियाड़ा वैराज से एक बूंद पानी तक नही छोड़ा जा रहा , आचमन करने को जल श्रद्धालुओं को नही मिल रहा है , और गंगा नदी में जगह -जगह उत्तरकाशी में खनन किया जा रहा हैं , इन सब सवालों के जबाब उच्च अधिकारी देने से बचते नजर आ रहे है या उनके पास कोई जबाब नही हैं ।
जल विधुत परियोजना ,रेता ,गाध उठाने की प्रक्रिया होती यदि रेता उठाना हैतो उसका प्रोपर नियम होता है जल विधुत निगम जोशियाड़ा में खनन का होना जल विधुत निगम पर सवाल खड़े कर रहा तो कंही ऐसा न हो कि बड़ी हानि परियोजना को उठानी न पड़े , जिला प्रशासन भी मूक दर्शक बना हुआ है , जनपद उत्तरकाशी में खनन माफिया माँ गंगा का सीना चीर रहे हैं धड़ल्ले से खनन किया जा रहा है बड़ी बात जल विधुत निगम जो बिजली का उत्पादन कर रहा वह खनन कैसे कर करवा रहा यह सोचनीय बात है क्या खनन से कोई राजस्व मिल रहा सरकार को कोई फायदा रहा य फिर ऐसे ही गोलमाल चल रहा
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