उत्तरकाशी-सरकारी तंत्र हुआ फैल, स्थानीय युवाओं ने दिखाया साहस बेजुबान जानवरों के लिए देवदूत बने युवा,5 अगस्त से फसे मवेशियों का किया रेस्क्यू
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उत्तरकाशी।। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सोनगाड़ और हेल्कुगाड़ के पास 5 अगस्त से करीब 25 से 30 मवेशी फसे हुए थे।धराली आपदा के बाद भागीरथी नदी और एक अन्य सहायक नदी का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ था जिस कारण मवेशी सोनगाड़ के पास फस गए थे।बताया जा रहा है कुछ मवेशियों की भूख के कारण मौत हो गई थी जबकि कुछ मवेशी नदी में बह गए थे करीब 20 से ज्यादा मवेशी सोनगाड़ के पास फसे थे वहीं 5 स्थानीय युवा एवं आपदा स्वयं सेवक राजेश रावत बेजुबान जानवरों के लिए देवदूत बनाकर आए और 20 अधिक बेजुबान जानवरों की जान बचाई।
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उत्तरकाशी गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सोनगाड़ एवं हेल्कुगाड़ के पास फसे मवेशियों का रेस्क्यू करने जब सरकारी तंत्र के कर्मी पहुंचे जिसमें फायर सर्विस,लोकनिर्माण, वन विभाग एवं राजस्व विभाग के कर्मी शामिल थे लेकिन ये सभी बेजुबान जानवरों का रेस्क्यू कार्य नहीं कर पाए और वापस लौट गए तो स्थानीय युवाओं ने अदम्य साहस दिखाया गंगा भागीरथी नदी एवं एक अन्य सहायक नदी को सीमित संसाधनों रस्सियों के सहारे पार किया हम तस्वीरों में देख सकते हैं कि स्थानीय युवा कैसे मवेशियों को नदी पार करवा रहे है स्थानीय युवाओं ने फसे सभी मवेशियों का सकुशल रेस्क्यू किया और 20 से ज्यादा बेजुबान जिंदगियों को बचाया।
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