उत्तरकाशी- ऊपर से भूस्खलन और नीचे झील का खतरा फिर भी आवागमन करने को मजबूर बराती और क्षेत्र के लोग, शासन प्रशासन ने नहीं कि कोई वैकल्पिक व्यवस्था, और बंद कर दिया मोटर मार्ग - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Friday, November 19, 2021

उत्तरकाशी- ऊपर से भूस्खलन और नीचे झील का खतरा फिर भी आवागमन करने को मजबूर बराती और क्षेत्र के लोग, शासन प्रशासन ने नहीं कि कोई वैकल्पिक व्यवस्था, और बंद कर दिया मोटर मार्ग


उत्तरकाशी- ऊपर से भूस्खलन और नीचे झील का खतरा फिर भी आवागमन करने को मजबूर बराती और क्षेत्र के लोग, शासन प्रशासन ने नहीं कि कोई वैकल्पिक व्यवस्था, और बंद कर दिया मोटर मार्ग




उत्तरकाशी ।।।जनपद के ब्लॉक चिन्यालीसौड़ के जोगथ मोटर मार्ग हड़ियाडी के पास  भूस्खलन सक्रिय होने के कारण  इस खतरनाक मार्ग से आवागमन करने को मजबूर हैं लोग।इसी क्षेत्र में आज एक शादी को भडकोट गाजणा गांव से  खटूटूखाल गांव जाना था मोटरमार्ग बन्द होने पर दूल्हे सहित बारातियों को  इस खतरनाक मार्ग से पैदल ही आवागमन करना पड़ा। क्योंकि  आवागमन का कोई दूसरा  रास्ता नहीं है एकमात्र इसी रास्ते से आवागमन होता है। झील से आवागमन करने के लिए टीएचडीसी ने बोट(नाव) की व्यवस्था भी नहीं की है।क्या दूल्हा,छोटे-छोटे बच्चे,  महिलाएं , बुजुर्ग सभी बराती जब मोटर मार्ग  भूस्खलन के कारण वाहनों के  आवागमन  के लिए बंद था। तो अपनी जान की परवाह न करते हुए पैदल ही निकल पड़े बराती खतरनाक रास्ते से, मंजर यह था कि खतरनाक मार्ग  में जहां  नीचे झील और ऊपर से भूस्खलन का खतरा एक छोटी सी चूक जान पर भारी पड़ सकती है। लेकिन क्या करें शादी का होना भी अति आवश्यक है  शादी के वाहनों को एक तरफ छोड़कर दूसरी ओर अन्य वाहनों की व्यवस्था करके फिर निकल पड़ी बारात अपनी मंजिल की ओर। 




क्षेत्र के लोगों का कहना है।कि टिहरी बांध की झील से चिन्यालीसौड़ जोगथ मोटर मार्ग के हाडियाडी के पास हो रहे भूस्खलन के कारण  अवरुद्ध मोटर मार्ग को खोलने के लिए  जिला प्रशासन ने आवाजाही के लिए  बिना वैकल्पिक  व्यवस्था किए जनता की आवाजाही बंद कर 40 गांवो की मुश्किलें बढ़ा दी है।जिससे क्षेत्र के लोगों में शासन,प्रसाशन, व टीएचडीसी और पुनर्वास विभाग के खिलाफ आक्रोश है। और जल्द ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था न करने पर क्षेत्र के लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। टिहरी बांध की झील का जलस्तर 830 पहुंचने पर चिन्यालीसौड़  जोगथ मोटर मार्ग की आवाजाही जिला प्रशासन द्वारा बंद कर दी गई जिससे उत्तरकाशी जनपद के दिचली गमरी के  40 गांव सहित टिहरी जनपद के लगभग दो दर्जन गांव के साथ चिन्यालीसौड़ के आस पास क्षेत्रों से विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं सहित  लगभग 2500 से 4000 लोगों  की आवाजाही के लिए पुनर्वास विभाग द्वारा 10 सीटर मोटर बोट भेज कर इतिश्री कर दी। ग्रामीणों की भीड़ को देखते हुए मोटर ऑपरेटर मोटर बोट देकर बैरंग वापस लौट गए। जिस पर प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने रोष व्याप्त कर अवरुद्ध मार्ग पर ही सांकेतिक धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रभावितों ने कहा कि इस डेंजर जोन से आवाजाही के लिए कम से कम 50 सीटर मोटर बोट का इंतजाम कर लोगों की सुचारू आवाजाही शुरू हो सके साथ ही प्रस्तावित वैकल्पिक कोटीगाड से भड़कोट लिंक मोटर मार्ग का निर्माण भी शीघ्र प्रारंभ कर दिया जाए।




गौरतलब है कि 6 दिनों से मोटर बोट की व्यवस्था ना होने पर प्रभावित क्षेत्र के लोगों सहित छात्र-छात्राओं तथा बारात का सीजन होने पर बारातियों को अपनी जान हाथ पर रखकर इस डेंजर जोन से आवाजाही करने के लिए मजबूर हैं जनप्रतिनिधियों का कहना है  कि अगर शासन प्रशासन तथा संबंधित विभाग इस ओर अगर ध्यान नहीं देता है तो प्रभावित क्षेत्र के लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग में चक्का जाम धरना प्रदर्शन प्रारंभ करने को मजबूर होना पड़ेगा।इस मौके पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शूरवीर रांगड़, पूर्व प्रमुख विजेंद्र रावत ,व्यापार मंडल अध्यक्ष कृष्णा नौटियाल, प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष कोमल राणा, पूनम रमोला , ओबीसी कांग्रेस महामंत्री उर्बीदत्त  गैरोला प्रधान प्रमोद, दीपक, दिगपाल सिंह, जगबीर आसवाल प्रकाश नौटियाल आदि मौजूद थे



हेमकान्त नौटियाल

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