उत्तरकाशी-""सड़क नहीं तो वोट नहीं"",गांव में सड़क न होने पर ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर किया धरना-प्रदर्शन,2022 विधानसभा चुनाव का भी किया बहिष्कार - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Thursday, August 26, 2021

उत्तरकाशी-""सड़क नहीं तो वोट नहीं"",गांव में सड़क न होने पर ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर किया धरना-प्रदर्शन,2022 विधानसभा चुनाव का भी किया बहिष्कार

 

उत्तरकाशी-""सड़क नहीं तो वोट नहीं"",गांव में सड़क न होने पर  ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर किया धरना-प्रदर्शन,2022 विधानसभा चुनाव का भी किया बहिष्कार



उत्तरकाशी।।जनपद मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर डुंडा ब्लॉक मुख्यालय का नजदीकी बल्ला गांव के ग्रमीणों ने गांव में सड़क न होने से अपने गांव  में ही धरना-प्रदर्शन किया।और जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की "सड़क नहीं तो वोट नहीं"वहीं ग्रमीणों का कहना है हम लोग 2022 विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।हमारा गांव आज तक सड़क से वंचित है यहीं नहीं  ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सड़क न होने से आज बल्ला गांव से कई परिवारों ने  पलायन कर दिया है लागतार हम लोग लंबे समय से  सड़क की मांग को लेकर शासन-प्रशासन से गुहार लगा रहे है   लेकिन आज तक गांव में सड़क नहीं पहुंची।




बताते चलें  कि सरकार पलायन रोकने के लिए बडे-2 वादे जनता से जरूर करती है लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजर आता है ।ग्रामीणो का कहना है कि  2007 से हम लोग सड़क की  मांग लिए सरकार को ज्ञापन भेजते रहे।इसके बाद  2014 में तत्कालीन  मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा रेणुका मंदिर परिसर डुंडा मेला  मंच के माध्यम से  7 किलोमीटर जखारी- बल्ला तक सड़क  की घोषणा की थी।जिसके बाद ग्राम पंचायत बल्ला तक सड़क निर्माण के लिए पिलर भी डाले गए। लेकिन सड़क जखारी गांव  तक भी  नहीं बन पाई है और बल्ला गांव को सड़क से  वंचित कर दिया गया। जबकि सड़क बल्ला गांव तक स्वीकृत थी। ग्रमीणों का कहना है कि गाँव मे  आजीविका के अत्यधिक प्राकृतिक स्रोत है यहां पर  पशुपालन ,बागवानी, कृषि व नकदी फसलों की अच्छी उपज होती है।गांव में सड़क न  होने के कारण लगभग सभी ग्रमीण अपने गावँ को छोड़कर पलायन करने को  मजबूर हैं।



गांव में सड़क न होने कारण सबसे बड़ी समस्या बीमार ब्यक्तियों,खासकर जिन महिलाओं का प्रसव होना उनके समक्ष खड़ी हो जाती कि बीमार लोगों को अस्पताल तक कैसे पहुंचाया जाए।कुछ माह पूर्व गांव का एक व्यक्ति खाई में गिरा गया था।जो गंभीर रूप से चोटिल हो गया था  जिसको ग्रमीणों के द्वारा बड़ी मशक्कत से  डंडी-कंडी के माध्यम से सड़क मार्ग तक पहुंचाया गया।ग्रामीणों का कहना है गांव में सड़क न होने पर कई बीमार ब्यक्तियों को ठीक समय पर इलाज न मिलने के कारण दम तोड़ दिया है वहीं  इस प्रकार की बहुत सारी घटनाओं से गांव वालों को दो-चार होना पड़ता है।गांव में सड़क न होने पर ग्रामीणों गांव ही सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।और सड़क नहीं तो वोट नहीं नारेबाजी की।

वहीं मौके पर महावीर,हीरामणी,गंगाराम,राजेशसरिता गिरीश,सुनीता,सुषमा,कमलदेव,नवीन आदि मौजूद रहे।



रिपोर्ट-हेमकान्त नौटियाल

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