उत्तरकाशी-जल प्रलय से भारी तबाही,रात्रि 8 बजे तक सब कुछ ठीक था, अचानक आये जल सैलाब में तीन जाने चली गई,मेहनत से बनाये आशियाने जमीजोद हो गए। - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Monday, July 19, 2021

उत्तरकाशी-जल प्रलय से भारी तबाही,रात्रि 8 बजे तक सब कुछ ठीक था, अचानक आये जल सैलाब में तीन जाने चली गई,मेहनत से बनाये आशियाने जमीजोद हो गए।


 उत्तरकाशी-जल प्रलय से भारी तबाही,रात्रि 8 बजे तक सब कुछ ठीक था, अचानक आये जल सैलाब में  तीन जाने चली गई,मेहनत से बनाये आशियाने जमीजोद हो गए।

उत्तरकाशी।।जिला मुख्यालय के नजदीकी मांडों गांव में आई जल प्रलय से एक ही परिवार के 3 लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई ।मुस्टिकसोड कंकराड़ी में भी भारी नुकसान हुआ एक ब्यक्ति अभी भी लापता चल रहा है जनपद में लगातार हो रही जबरदस्त मूसलाधार बारिश।से कल देर शाम माण्डो गांव में भारी जल प्रलय जिसने गांव में भारी तबाही मचाई एक ही परिवार की दो महिलाओं सहित एक बच्ची की मौत मलबे में दबने से  हो गई।साथ ही  मुस्टिकसोड के कंकराड़ी गांव में भी भारी नुकसान हुआ एक ब्यक्ति कंकराड़ी गांव में अभी लापता चल रहा है।वहीं जल प्रलय आने बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आया और देर रात को जिला प्रशासन की टीम ,एसडीआरएफ,108 एम्बुलेंस,आपदा प्रबंधन मौके पर गए ।मबले में दबे लोगों को निकला और जिला अस्पताल पहुंचाया गया साथ ही जिन लोगों की मृत्यु हुई थी उनको भी रेस्क्यू करके पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल लाया गया। 


कल देर शाम जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव मांडों  गांव में भारी नुकसान हुआ निराकोट के जंगलों में बदल फटने से  मलबा दोनों तरफ डायवर्ड हुआ कुछ मांडों गांव की और गया कुछ कंकराड़ी गांव की तरफ जिसने काफी तबाही मचाई  जब रात्रि को ये जल सैलाब आया तो माण्डो गांव के लोगों का कहना था कि सभी लोगों जान बचाकर सुरक्षित स्थानों की और भागे लेकिन इस जल प्रलय में माण्डो  गांव मे   8-10  मकान मलबे में दब गए और दो महिलाओं सहित एक बच्ची की मौत हो गई  । 4-5 पशु इस जल प्रलय में  बह गए । और 5 लोग इस जल प्रलय में घायल हो गए मांडों गांव के लिए यह बारिश आफत बनकर आई है। इस जल प्रलय में माण्डो  गांव और मुस्टिकसोड  के संकराड़ी गांव में भारी नुकसान हुआ है पेयजल लाइनें विद्युत की लाइने, दूरसंचार आवागमन के सारे रास्ते,पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं यहां तक की आपदा पीड़ित लोगों का कहना है कि उनका सारा सामान मलबे में दब गया है और ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से त्वरित मदद की मांग की है।

वही ग्रामीणों का कहना है कि रात्रि 8:00 बजे रात्रि तक सब कुछ ठीक-ठाक था ग्रामीण खाना खाने की तैयारी मैं थे लेकिन एक आवाज हुई आवाज होने से लोग डर गए जिससे जब मलबा माण्डो गांव की तरफ  आया और ग्रामीणों ने शोर मचाया सभी ग्रामीण भागने लगे एकाएक गांव के 8 से 10 मकान इस मलबे में दब गए 5 लोग घायल हो गए तीन लोगों की मृत्यु हो गई।खेतों को भारी नुकसान हुआ सारे रास्ते टूट गए बूढ़े बुजुर्ग कहते हैं ऐसी जल पर ले 35 साल पहले आई थी जब माण्डो गांव को भारी नुकसान हुआ था  और आज यह मंजर फिर देखने को मिल रहा है।भगवान ऐसा किसी के साथ न करे आपदा के जख्म अभी हरे है जिनको भरने में अभी समय लगेगा। गांव के लोगों के खेत खलियान और घरों में मलबा  घुसा हुआ है सारा सामान खराब हो गया है।गांव के लोग बहुत दुखी है।वहीं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित आपदाग्रस्त क्षेत्र माण्डो और  कंकराड़ी गांव पहुंचे और आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया।

वहीं आपदा घटनास्थल पर  पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण,जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण,स्व गोपाल रावत की पत्नी शांति रावत मौके पर पहुंची और लोगों का हालचाल जाना।वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में जिला पंचायत हर मदद के लिए आपदा पीड़ितों के साथ खड़ी है।




रिपोर्ट-हेमकान्त नौटियाल

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