देहरादून-कोविड कर्फ्यू एक सप्ताह के लिए और बढ़ने की संभावना,लेकिन मिलेगी कुछ छूट
![]() |
राज्य के लोगों की सुविधा के मद्देनजर कोविड कर्फ्यू में कुछ रियायत दी जा सकती है। सरकार के अधिकांश मंत्री भी इसके पक्ष में हैं। आगे कर्फ्यू की अवधि एक जून को समाप्त हो रही है। सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के अनुसार मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में कोविड की स्थिति की समीक्षा कर कर्फ्यू के संबंध में सोमवार तक निर्णय लिया जाएगा।वहीं जिस प्रकार राज्य के ब्यापारी लगातार मांग कर रहे है कि हमारा ब्यापार कोविड कर्फ्यू के कारण शून्य हो चुका है।इसको लेकर उत्तरकाशी में भी मुख्यमंत्री के दो दिवसीय दौरे के दौरान उत्तरकाशी नगर के ब्यापार मंडल के पदाधिकारी मुख्यमंत्री से मिले और ,अपनी समस्याओं से आवगत करवाया,कि दुकानों को कुछ समय अवधि के लिए खोला जाए।
राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में काफी कमी जरूर आई है। रिकवरी रेट भी बढ़ा है।इस बीच सरकार के कुछ मंत्रियों के अलावा व्यापारी वर्ग की ओर से कर्फ्यू में ढील देने पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि 1 जून के बाद कोविड कर्फ्यू के दौरान एक दिन छोड़कर दुकानें खोलने और इनके खुलने के समय बढ़ाने जैसी रियायत दी जा सकती है। वहीं राज्य सरकार को यह भी देखना है कि कर्फ्यू में छूट देने पर कहीं संक्रमण के मामलों में फिर से बढ़ोतरी न हो जाये।
31 मई को राज्य सरकार कोविड कर्फ्यू को आगे बढ़ाने का निर्णय लेगी। क्योंकि कोविड कर्फ्यू से राज्य में संक्रमण की दर घटी है प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के मामलों में लगातार कमी आई है।सरकारी सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि एक जून से कोविड कर्फ्यू में आंशिक ढील दी जा सकती है। यह ढील कंटेनमेंट जोन से बाहर दी जाएगी। या दुकानों को खोलने के समय को बढ़ाने या सप्ताह में एक से अधिक दिन के लिए खोलने की अनुमति के तौर पर सामने आ सकती है। दुकानों को खोलने के संबंध में व्यापारी वर्ग का भी सरकार पर लगातार दबाव बन रहा है। विपक्षी दल कांग्रेस ने भी कर्फ्यू में आंशिक रियायत दिए जाने की बात कही है। क्योंकि एक दिन दुकानें खुल रही और फिर बाजारों में भीड़ हो रही जानकारों का मानना है कि कर्फ्यू कोरोना की चेन तोड़ने में सहायक रहा है।कोरोना कर्फ्यू में आंशिक छूट मिलनी सम्भव है।


jab kumbh th to tumhe usse profit th to band ni kiya nikami sarkar
ReplyDelete