उत्तरकाशी-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग रतूडी सेरा के पास आये दिन होता है भूस्खलन आज तक नहीं हो पाया स्थाई उपचार, जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर लोग - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Monday, September 13, 2021

उत्तरकाशी-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग रतूडी सेरा के पास आये दिन होता है भूस्खलन आज तक नहीं हो पाया स्थाई उपचार, जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर लोग

 उत्तरकाशी-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग रतूडी सेरा के पास आये दिन होता है भूस्खलन आज तक नहीं हो पाया स्थाई उपचार, जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर लोग





उत्तरकाशी ।। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग रतूड़ी सेरा  के पास आए दिन पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा है। वही आज भी रतूड़ी सेरा के पास भूस्खलन सक्रिय  हो रखा है लगातार पहाड़ी से मलबा और  पत्थर गिर रहे है। जिससे वाहनों का आवागमन अवरुद्ध हो रहा है और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग में ऐसे लोग जान जोखिम में डालकर  इस भूस्खलन जॉन  को पार कर आवागमन करने को मजबूर है। यहां पर लगातार भूस्खलन होने से आए दिन  राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं।




ऐसा नहीं कि यह  भूस्खलन जॉन रतूडी सेरा के पास नया सक्रिय हुआ है लोगों का कहना है कि  यहां पर पिछले 3-4, सालों से भूस्खलन होता रहता है और बरसात में तो यह काफी ज्यादा सक्रिय हो जाता है। लेकिन बावजूद इसके आज तक बीआरओ के द्वारा यहां पर  कोई स्थाई उपचार नहीं किया गया । हां इतना जरूर है कि प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट ऑल वेदर सड़क निर्माण में  राष्ट्रीय राजमार्ग की सुरक्षा दीवारें भरभरा कर गिर रही है।राहगीरों का कहना है कि   कुछ साल पहले बीआरओ के द्वारा इसी स्थान पर  भागीरथी नदी के ऊपरी हिस्से में लाखों की दीवाल का निर्माण किया  था जोकि क्षतिग्रस्त हुई थी और आजतक सुरक्षा दीवाल का अतापता नहीं  लेकिन बड़ी बात लोगों को आए दिन भूस्खलन से दो चार होना पड़ता है जबकि बीआरओ के द्वारा यहां पर कोई स्थाई उपचार का प्रयास तक नहीं किया जा रहा है और  नहीं जिला प्रशासन इस और गंभीर दिखाई दे रहा है। परिणाम  इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। स्थानीय लोग बीआरओ की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं कि आखिर इस जगह पर क्यों स्थाई उपचार नहीं किया जा रहा है ताकि भूस्खलन को रोका जा सके।



रिपोर्ट-हेमकान्त नौटियाल

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