उत्तरकाशी-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बन्द होने से एसडीआरएफ की टीम फंसी रही हेलकुगाड में, राष्ट्रीय राजमार्ग बंद न होता तो बच सकती थी व्यक्ति की जान ,बीआरओ राष्ट्रीय राजमार्ग खोलने में तत्परता नहीं दिखता - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Friday, September 24, 2021

उत्तरकाशी-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बन्द होने से एसडीआरएफ की टीम फंसी रही हेलकुगाड में, राष्ट्रीय राजमार्ग बंद न होता तो बच सकती थी व्यक्ति की जान ,बीआरओ राष्ट्रीय राजमार्ग खोलने में तत्परता नहीं दिखता

राजेश रावत आपदा स्वयंसेवक

उत्तरकाशी-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बन्द होने से एसडीआरएफ की टीम फंसी रही  हेलकुगाड में, राष्ट्रीय राजमार्ग बंद न होता तो बच सकती थी व्यक्ति की जान ,बीआरओ राष्ट्रीय राजमार्ग खोलने में  तत्परता नहीं दिखता




उत्तरकाशी।। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग मैं कल देर शाम लगभग 9:00 बजे एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई और 3 लोग घायल हो गए ।जब इसकी सूचना आपदा स्वयंसेवक राजेश रावत को मिली तो  राजेश रावत ने पहले दुर्घटना की सूचना एसडीआरएफ की टीम और पुलिस को 10 बजे दे  दी और उसके बाद ग्रामीणों के साथ  राजेश  रेस्क्यू कार्य मे जुट गया ।एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हुई लेकिन हेलकुगाड के पास राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण एसडीआरएफ की टीम  मार्ग में ही फंसी रही।और एसडीआरएफ की टीम लगभग 11:48 पर मौके पहुंची  जिस कारण एसडीआरएफ की टीम द्वारा सही समय पर दुर्घटना में घायल लोगों का रेस्क्यू नहीं हो पाया। क्योंकि एसटीएफ की टीम मार्ग में ही फंसी रही वही आपदा स्वयंसेवक राजेश रावत का कहना है कि जिस व्यक्ति की इस घटना में मृत्यु हुई है  सही समय पर राष्ट्रीय राजमार्ग खुल जाता  और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच जाती तो व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया जाता है और व्यक्ति की जान बच सकती थी।




वहीं गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सम सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है।और चारधाम यात्रा भी  शुरू हो गई है।स्थानीय लोग और आपदा स्वयंसेवक राजेश रावत का कहना  है कि जब राष्ट्रीय राजमार्ग बन्द रहता है तो  बीआरओ राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने में तत्परता नहीं दिखाता है।जबकि हेलकुगाड में आये दिन भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय मार्ग बन्द रहता है।लेकिन बावजूद इसके बीआरओ की पर्याप्त मशीनरी मौके पर नहीं रहती है।उपला टकनोर क्षेत्र में दर्जनों गाँव है यदि रात्रि के समय कोई बीमार ब्यक्ति  या प्रसव के लिए किसी महिला को जिला अस्पताल लाना पड़ा तो बीमार ब्यक्ति को  कैसे अस्पताल पहुंचाया जाएगा। जब बीआरओ की सड़क घण्टों बन्द रहेगी।ऐसे में सही समय पर इलाज न मिलने के कारण बीमार लोग रास्ते मे ही दम तोड़ देंगे। वहीं राजेश रावत का कहना कि कल सड़क दुर्घटना में समय पर सड़क मार्ग न खुलने के कारण ब्यक्ति को समय पर इलाज नहीं मिल पाया और ब्यक्ति की मौत हो गई, बीआरओ को चाहिये कि जो चिन्हित भूस्खलन क्षेत्र वहां पर पर्याप्त मशीनरी रखनी चाहिए ताकि राष्ट्रीय राजमार्ग समय पर खुल सकें।



रिपोर्ट-हेमकान्त नौटियाल

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