उत्तरकाशी- विभागीय लापरवाही के कारण सामरिक और पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण मोटरपुल पुल खतरे की जद में,मोटरपुल के एबटमेंट में पड़ी दरारें
उत्तरकाशी।। प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हर्षिल कस्बे और गांव सहित आर्मी केम्प को जोड़ने वाला एक मात्र मोटरपुल विभागीय अनदेखी के कारण खतरे की जद में आ गया है पुल के निचले हिस्से में बड़ी-2 दरारें पड़ गई है जिससे पुल पर कभी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।बड़ी बात निर्माणदायी विभाग की लापरवाही के कारण वैली ब्रिज के एबटमेंट में दरारें आ गई हैं। और (कार्यदायी संस्था एडीबी वार्ड बैंक) पुल में जो दरारें पड़ी है उन पर पलस्तर करवा रही है बड़ी लापरवाही कल मंगलवार देर शाम प्रशासन ने पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी। प्रशासन का कहना है कि लोनिवि को इस पुल में सुरक्षात्मक कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षा उपाय पूरे होने तक नए पुल के कार्य पर रोक लगाई गई है |
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इस समय जनपद सहित हर्षिल में भारी बारिश होने के कारण गंगा भागीरथी का जल स्तर बढ़ा हुआ है हर्षिल बाजार,गांव आर्मी केम्प को जोड़ने वाले एक मात्र पुल के बगल में ही दो-तीन माह पहले नए पुल की नींव के लिए खुदाई की गई थी। खुदाई के कारण बने गड्ढों से वैली ब्रिज के नीचे कटाव शुरू हो गया है और एबटमेंट पर बड़ी -2दरारें आ गई हैं। जिसमे बड़ी लापरवाही निर्माणदायी विभाग के द्वारा सामने आ रही है यह दरारें भू-कटाव के कारण लगातार बढ़ती जा रही हैं। ग्राम प्रधान हर्षिल द्वारा बताया गया कि कार्यदायी संस्था ने नए पुल के निर्माण के लिए खुदाई तो करवा दी, लेकिन पुराने पुल की सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए गए। दरारें आने से पुल के ढहने की आशंका बनी हुई है। माधवेंद्र रावत ने कहा कि पुल पर आवाजाही बंद हुई तो हर्षिल, ग्राम मुखबा, बगोरी और आर्मी कैंप का उत्तरकाशी से संपर्क कट सकता है। साथ ही पीएनबी बैंक समेत कुछ होटलों को भी खतरा हो सकता है। वहीं स्वास्थ्य, बैंकिंग, पुलिस, उद्यान, पटवारी चौकी आदि सेवाओं के लिए हर्षिल पर निर्भर जसपुर, पुराली, सुक्की व धराली के ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। माधवेंद्र रावत ने कहा कि संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में 15 दिन पूर्व ही सूचित कर दिया गया था। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उधर, प्रशासन ने देर शाम पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी।
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पुल पर आवागमन बन्द होने से हर्षिल मास्टर प्लान के कार्य भी होंगे प्रभावित हर्षिल को मास्टर प्लान के तहत विकसित करने के लिए पेंटिंग, लाइटें व रास्तों पर कोबाल्ट पत्थर बिछाने का काम चल रहा है। इसके लिए निर्माण सामग्री और मजदूरों का आवागमन पुराने पुल से ही होता है। पुल को नुकसान पहुंचने से मास्टर प्लान के काम भी प्रभावित होंगे। वहीं उपजिलाधिकारी भटवाडी देवेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि पुल की सुरक्षा के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। पुराने पुल की सुरक्षा के उपाय शुरू कर दिए गए हैं। इसीलिए अभी नए पुल निर्माण कार्य को रोका गया है।
रिपोर्ट-हेमकान्त नौटियाल
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